पत्रकार के लिए पहले राष्ट्र फिर परिवार और समाज: सैनी
पत्रकार सुरक्षा कानून को लेकर सीएम को सौपेंगे पत्र
पत्रकार के लिए पहले राष्ट्र फिर परिवार और समाज: सैनी
-जार संवाद का किया विमोचन
उदयपुर, 12 जनवरी। जर्नलिस्ट एसोसएशन ऑफ राजस्थान (जार) के प्रदेशाध्यक्ष संजय सैनी ने कहा कि पत्रकार के लिए सबसे पहले राष्ट्र फिर परिवार और समाज है। जार संगठन पत्रकार हितों के लिए काम करेगा।
वे जर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ राजस्थान की उदयपुर इकाई की ओर से रविवार को यहां पेसिफिक कॉलेज ऑफ पैरा मेडिकल सांइस भीलों का बेदला के सभागार में आयोजित स्नेह मिलन एवं जार पत्रकार सम्मान समारोह-2023-24 की अध्यक्षता कर रहे थे।
प्रदेशाध्यक्ष सैनी ने कहा कि काम करते समय पत्रकारों के सामने कभी कभी समस्याएं आती है। पिछले दिनों प्रदेश में कुछ पत्रकारों के साथ मारपीट जैसी घटनाएं भी हुई। ड्यूटी में ऐसा होता है तो इसे बुरा नहीं मानना चाहिए। हम शिकायत दर्ज कराते हैं तो उस पर कार्रवाई भी होती है लेकिन इसे इगो नहीं बनाना चाहिए। पत्रकारों की समस्याओं के लिए हाल ही प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से भेंटकर अवगत कराया गया है। पत्रकारों की आवास, मेडिकल सुविधाओं के बारे में चर्चा की गई। अब तक जिला मुख्यालय तक पत्रकारों को आवास सुविधा उपलब्ध है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से पालिका, तहसील स्तर पर भी पत्रकारों की आवास सुविधा के लिए चर्चा की गई। अब पत्रकारों के लिए तहसील स्तर पर भी आवास सुविधा की जा रही है। इसके किसी प्रकार की समस्या होने पर प्रदेश मुख्यालय पर संपर्क किया जा सकता है। पत्रकारों के चिकित्सा सुविधा के लिए मेडिकल डायरी को लेकर काम किया जा रहा है। पत्रकारों के अधिस्वीकरण पत्र के नियम कुछ सख्त किए गए हैं। उसके सरलीकरण के लिए सरकार से बात की जा रही है। संगठन में शक्ति होती है तो सरकार और प्रशासन को कार्रवाई भी करनी पड़ती है।
सैनी ने कहा कि पत्रकारों की आमदनी बढ़ाने के लिए जार की ओर से एक कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। पत्रकारों को आय बढ़ाने के लिए अब कंटेंट पर काम करना होगा।
समाज में बदलाव लाने का महत्वपूर्ण माध्यम है पत्रकारिता: आचार्य
समारोह में मुख्य अतिथि पेसिफिक कॉलेज ऑफ पैरा मेडिकल साइंस की ओर से डॉ अभिषेक आचार्य ने कहा कि डिजिटल की दुनिया में आज हर व्यक्ति पत्रकार है चाहे वह वाट्सएप, फेसबुक, यूट्यूब, इंस्टाग्राम या किसी भी माध्यम से हो, परन्तु पत्रकारिता सरल नहीं है। पत्रकार को कई स्तर से जानकारी जुटानी होती है। कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। समाज में बदलाव लाने का पत्रकारिता महत्वपूर्ण माध्यम है। उन्होंने कहा कि दुष्प्रचार का खंडन करने का काम भी पत्रकारिता करती है। पत्रकारिता के चौथे स्तंभ को मजबूत बनाए रखना होगा। आचार्य ने पेसिफिक संस्थान के चेयरमैन राहुल अग्रवाल का संदेश साझा करते हुए पत्रकारों के लिए सहयोग में हमेशा साथ रहने का भरोसा दिलाया।
पत्रकार सुरक्षा कानून को लेकर सीएम को सौपेंगे पत्र
जार के प्रदेश महासचिव सुरेश पारीक ने कहा कि जार की ओर से पत्रकार सुरक्षा कानून को लेकर काम किया जा रहा है। प्रत्येक जिला मुख्यालय से जिला कलेक्टर के माध्यम से राज्य सरकार के नाम पत्र सौंपे जाएंगे। इसके लिए जिला स्तर पर सभी पत्रकार जुड़ जाए। पत्रकारों को अधिस्वीकरण के लिए आ रही समस्या के संबंध में मुख्यमंत्री से बात की जाएगी ताकि जिला स्तर पर आवेदक पत्रकार की फाइल तैयार हो और सारी औपचारिकताएं स्थानीय स्तर से पूरी हो जाए ताकि पत्रकार उनका लाभ ले सके। प्रदेश में पत्रकारों का पंजीयन आवश्यक रूप से हो।
पत्रकारिता में चुनौतियां तब भी आज भी: हितैषी
जार के संरक्षक वरिष्ठ पत्रकार विष्णु शर्मा हितैषी ने कहा कि कभी हाथों से शीशे के अक्षरों को जमाकर अखबार छापते थे। चुनौती तब भी थी और आज भी है। पहले कठिनाइयां कुछ ज्यादा थी आज अलग तरह की कठिनाइयां है। ग्रामीण क्षेत्र में पत्रकारिता के लिए पहले भी काफी कुछ प्रयास किए गए। ग्रामीण पत्रकारों की काफी खराब स्थिति है। पहले अक्षर गिनकर भुगतान होता था, बावजूद उसके उन्होंने समर्पण से काम किया। हितैषी ने कहा कि जार संगठन ग्रामीण क्षेत्र के पत्रकारों के लिए कुछ ऐसा काम करे कि उनके लिए असुविधाएं कम हो। अंतत: हम पत्रकार है और संगठन इसी के लिए होता है। हम हमारी समस्या प्रशासन और सरकार के सामने रखें। संगठन रास्ता बनाने वाला व्यक्ति है। हम एक हो एकजुट हो। सम्मान पत्रकार को मिलता है तो बड़ी खुशी होती है।
अनुशासन के लिए लेने पड़ते हैं कड़े निर्णय: राजदीप
जार जिलाध्यक्ष राकेश शर्मा राजदीप ने सफल आयोजन के लिए सभी सदस्यों को श्रेय देते हुए कहा कि बीते दो साल के कार्यकाल में कभी कभी कड़े निर्णय भी करने पड़े जो अनुशासन के लिए जरुरी थे। हालाकि इससे किसी को तकलीफ हो सकती है। वे काम करते हुए अपने कार्यकाल को पूरा होते देख अभिभूत हैं।
जार के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सहसंयोजक सुभाष शर्मा मंचासीन अतिथि रहे। गांव री खबरां के संपादक वरिष्ठ पत्रकार नरेश शर्मा ने कहा कि पत्रकार अपने काम में द्वेषता की भावना से नहीं सहयोग की भावना रखे। अनिल चतुर्वेदी ने कहा कि वर्तमान मीडिया की मासूमीयत को समझना होगा। बाबूलाल ओड ने पत्रकार पर कविता प्रस्तुत की।
समारोह का शुभारंभ गणपति के समक्ष दीप प्रज्वलन और गणपति स्तुति से हुआ। प्रदेश कोषाध्यक्ष कौशल मूंदड़ा ने स्वागत करते हुए कहा कि मौजूदा दौर में पत्रकार को चतुर, चपल और चंचल रहना है। दिवंगत सुधाकर पीयूष का स्मरण करते हुए कहा कि उनके जन्मदिन पर हुआ आयोजन मील का पत्थर रहा। उसके माध्यम से ग्रामीण पत्रकारिता तक पहुंच बनाई गई। हमें डिजिटल मीडिया की तरफ ध्यान देने की आवश्यकता है। जनहित की खबरों पर पत्रकार के खिलाफ हो रहे केस कर दिए जाते हैं उन पर बात करनी ही पड़ेगी।
समारोह में अतिथियों ने जार संवाद का विमोचन और लेपटॉप बैग, विंडशीटर का लोकार्पण किया।
इनका हुआ सम्मान
जार की ओर से वेब मीडिया ब्लॉग श्रेणी में शुभम जैन, टीवी केबल श्रेणी में नरेंद्र कहार, डिजिटल मीडिया रिपोर्टर श्रेणी में उमेश चौहान, वीडियो फोटो जर्नलिस्ट श्रेणी में दिनेश हाडा, शहरी प्रिंट रिपोर्टर श्रेणी में जयवंत भैरविया, ग्रामीण प्रिंट रिपोर्टर श्रेणी में दिनेश जैन, महिला रिपोर्टर श्रेणी में डॉ सीमा चम्पावत को प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिह्न प्रदान कर मेवाड़ी पगड़ी, उपरणा से अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया।
समारोह में उद्यमी व समाजसेवी मुकेश माधवानी का मेवाड़ी पगड़ी व उपरणा पहनाकर अभिनंदन किया गया। वहीं, जार सदस्यों द्वारा जिलाध्यक्ष राकेश शर्मा राजदीप का अभिनंदन किया गया। अतिथियों का राजेश वर्मा, नानालाल आचार्य, महिपाल शर्मा, बाबूलाल ओड, मांगीलाल लोहार, मदन, नवरतन खोखावत ने अभिनंदन किया। आयोजन में सहयोग के लिए जिलाध्यक्ष राजदीप की ओर से पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुभाष शर्मा, नानालाल आचार्य, राजेश वर्मा, विजय शर्मा, कौशल मूंदडा, गोपाल लोहार, हितेश कुमार शर्मा, एडवोकेट महिपाल शर्मा, नरेश शर्मा, दिग्विजय जैन, कवि विप्लव जैन, लक्ष्मण गोराणा, योवंतराज माहेश्वरी, देवेंद्र श्रीमाली, यशवंत सालवी, दिनेश शर्मा अर्जेन्ट, दिनेश हाड़ा, एडवोकेट यतेंद्र दाधीच, उमेश चौहान, बाबूलाल ओड़ का शिवम शर्मा, वैशाली शर्मा ने सम्मान किया। समारोह का सफल संचालन ओमपाल सीलन द्वारा किया गया।