laproscopic surgery
पेट से 2.2 किलो का बालों का गुच्छा निकाल बचाई जान
पेट से 2.2 किलो का बालों का गुच्छा निकाल बचाई जान
जयपुर
नव इंपीरियल हॉस्पिटल के सीनियर बैरिएट्रिक, मेटाबोलिक एवं लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ. महेश जांगिड़ ने बताया कि एक बच्ची को बाल खाने की आदत थी।
कोई उसे रोक नहीं पाया।
बाल खाने की दुर्लभ बीमारी ट्राइकोबेजोर 13 साल की बच्ची के लिए जान की आफत बन गई। पिछले कुछ सालों में उसने इतने बाल खा लिए कि पेट में उसका गुच्छा बन गया और उसकी आंत को ब्लॉक करने लगा। उसके लिए कुछ भी खाना पीना संभव नहीं हो पा रहा था। ऑपरेशन करने का निर्णय लेना पड़ा।
जटिल सर्जरी कर उसके पेट में से 2.2 किलो का बालों का गुच्छा निकाला और उसे नया जीवन दिया।
बच्ची और परिजनों ने डॉक्टर महेश जांगिड़ का आभार व्यक्त किया।