नकली दवाओं से सावधान रहने के लिए क्यूआर कोड लगाएंगी दवा कंपनियां
नकली दवाओं से सावधान रहने के लिए
क्यूआर कोड लगाएंगी दवा कंपनियां
नकली दवाओं पर लगाम लगाने के लिए फार्मा कंपनियां टॉप सेलिंग ब्रांड्स पर बार कोड के अलावा क्यूआर कोड भी प्रिंट करेंगी।
इसके लिए दवा नियामक ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने कंपनियों से प्रोडक्ट्स पर क्यूआर कोड प्रिंट करने का निर्देश दिया है।
बड़ी फार्मा कंपनियों का कहना है कि इस कदम से नकली और डुप्लीकेट दवाओं के अवैध व्यापार पर अंकुश लगेगा।
मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक सकारात्मक पहल हैं।
मैनकाइंड फार्मा की सीईओ शीतल अरोड़ा ने कहा, “हम दवाओं पर बारकोड और क्यूआर कोड अनिवार्य करने के निर्देशों की पालना करेंगे।
हम पहले ही 20 प्रोडक्ट्स पर क्यूआर कोड अपना चुके हैं। इस पहल से न केवल मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि नकली दवाओं का चलन भी कम होगा।।” मैनकाइंड फार्मा दवाओं पर क्यूआर कोड के साथ- साथ नकली दवाओं से बचाव के लिए होलोग्राम भी इस्तेमाल कर रही है। ग्राहक बार कोड स्कैन करने के बाद दवा की एक्सपायरी डेट, मैन्युफैक्चरिंग लाइसेंस नंबर, यूनिक प्रोडक्ट आइडेंटिफिकेशन कोड, दवा का प्रॉपर और जेनरिक नेम, ब्रांड नेम, बैच नंबर के साथ-साथ निर्माता का नाम-पते जैसी जानकारियां ले सकते हैं।