मुंह में लगातार जलन होना है खतरनाक
तेज जलन और मुंह में छाले होना कैंसर का शुरूआती लक्षण माना जा सकता है
स्वतः जाच अपने मुंह में तीन उंगली डाल कर देखें कि जा पा रही है या नहीं और यदि नहीं तो एक बार परामर्श अवश्य करें।
भगवान महावीर कैंसर हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर के प्रसिद्ध कैसर रोग विशेषज्ञ डॉ. अनिल गुप्ता का कहना है कि यदि मुंह में तेज जलन और छाले हो जो ठीक ना हो रहे हो तो कैंसर का डायग्नोसिस करना चाहिए।
आधुनिक जीवन शैली , तेज मसालेदार खाना, पानमसाला, तंबाकू, बहुत गर्म और मिर्च वाले भोजन से सबम्युकस फाइब्रोसिस की शिकायत हो सकती है और इसका इलाज न करवाने पर गंभीर परिणाम सामने आते है।
बाद में जाकर यह स्थिति कैंसर का रूप ले लेती है। ओरल सबम्यूकस फइब्रोसिस, जिसमें मुंह की त्वचा में पाए जाने वाले सबम्यूकस ऊतकों में तेज जलन होती है और छाले आ जाते हैं। यह समस्या के अंतर्गत मुंह के ऊतक ही क्षतिग्रस्त हो जाते हैं।
उन्होंने कहा कि इसे कैंसर का शुरुआती लक्षण माना जा सकता है क्योंकि ओरल सबम्यूकस फाइब्रोसिस कैंसर का रूप ले सकत है।
इस बीमारी की वजह से व्यक्ति को मुंह खोलने में दिक्कत होती है।
इसकी स्वतः जाच अपने मुंह में तीन उंगली डाल कर देखें कि जा पा रही है या नहीं और यदि नहीं तो एक बार परामर्श अवश्य करें।
बाद में स्थिति यह हो जाती है कि मिर्च मसाले वाला भोजन और गर्म भोजन का सेवन करना असंभव हो जाता है।
ऐसे लोगों को कैंसर हो सकता है। मुह में लगातार जलन होती रहती है। लार अधिक मात्रा में बनती है। कई बार मुंह में लगातार शुष्कता का अहमास होता है। डॉ. गुप्ता कहते हैं कि शुरूआती अवस्था में इस बीमारी का इलाज किया जा सकता है लेकिन देर होने पर यह बीमारी कैंसर का रूप ले सकती है।
ओरल सबम्यूकस फाइब्रोसिस से पीड़ित व्यक्ति के कान में दर्द होता है, उन्हें कम सुनाई देता है और उनकी आवाज ऐसी लगती है मानो वह नाक से बोल रहे हैं। कभी कभी तो मरीजों को खाने का वास्तविक स्वाद महसूस नहीं होता बल्कि खाना फीका सा लगता है।
लगातार पान और तंबाकू के सेवन से दांत खराब होना और मुंह से दुर्गंध आना ओरल सबम्युकस फाइब्रोसिस के शुरुआती लक्षण है , बेहतर रहेगा कि पान मसाला गुटखा तंबाकू तेज गरम पदार्थ मिर्च मसालेदार आदि का सेवन नहीं किया जाए।
पान में लगाया जाने वाला चूना और कत्था मुंह के उत्तकों की अम्लीयता बढ़ा देता है जिसकी वजह से छाले आ जाते हैं। छालों का समय पर इलाज नहीं होने से वे गंभीर रूप ले लेते हैं।
ओरल सबम्यूकस फाइब्रोसिस की शुरुआत में लार की मात्रा कम या ज्यादा होने लगती है। इस बीमारों के बढ़ने पर म्यूकोसा पूरी तरह समान हो जाता है और जलन महसूस होने लगती है।
संपर्क सूत्र डॉ अनिल गुप्ता 98290 52417