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बारिश के दिनों में सावधान रहें यूरिन ट्रैक इंफेक्शन से

dr arjun singh shekhawat urologist

बारिश के दिनों में सावधान रहें यूरिन ट्रैक इंफेक्शन से

यूरीन ट्रैक इन्फेक्शन (UTI) बैक्टीरियल संक्रमण है जो मूत्र प्रणाली को प्रभावित करता है, जिसमें किडनी, मूत्राशय, मूत्रमार्ग और मूत्रनलिका शामिल होते हैं।

आईकॉनिक्स क्लीनिक कॉस्मेटिक एंड यूरोलॉजी सेंटर के वरिष्ठ यूरोलॉजिस्ट एंड्रोलॉजिस्ट और किडनी ट्रांसप्लांट विशेषज्ञ डॉ अर्जुन सिंह शेखावत कहते हैं कि

यूरीन ट्रैक इन्फेक्शन (UTI) बारिश के दिनों में कुछ कारणों से अधिक हो सकता है,

जैसे :

नमी और गीलापन : बारिश के दिनों में नमी और गीलापन बढ़ जाता है, जिससे बैक्टीरिया को बढ़ने और फैलने का अनुकूल वातावरण मिलता है।

गीले कपड़े : अक्सर लोग गीले कपड़ों में रह जाते हैं, जिससे बैक्टीरिया का संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।

सफाई में कमी : बारिश के कारण बाहर कीचड़ और गंदगी होती है, जिससे स्वच्छता बनाए रखना मुश्किल हो सकता है।

                      बारिश के दिनों में UTI से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियाँ बरतें : 

हमेशा सूखे और साफ कपड़े पहनें।

गीले कपड़े जल्द से जल्द बदलें।

निजी स्वच्छता का ध्यान रखें।

पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।

पेशाब को ज्यादा देर तक न रोकें।

इन सावधानियों से संक्रमण के खतरे को कम किया जा सकता है और UTI से बचाव हो सकता है।

यह मुख्य रूप से बैक्टीरिया, जैसे कि ई.कोलाई, के कारण होता है जो मूत्रमार्ग के माध्यम से मूत्राशय में प्रवेश करते हैं। महिलाओं में यह अधिक आम है क्योंकि उनकी मूत्रमार्ग छोटी होती है, जिससे बैक्टीरिया जल्दी पहुंच सकते हैं।

*लक्षण* : पेशाब के दौरान जलन और दर्द होना। बार-बार पेशाब की इच्छा होना। मूत्र में खून या बदबू होना। पेट के निचले हिस्से में दर्द होना। बुखार और ठंड लगना (यदि संक्रमण किडनी तक फैल जाए)।

 इलाज :

हम यूरोलॉजिस्ट द्वारा UTI का इलाज आमतौर पर एंटीबायोटिक्स से करते है। इस रोग में संक्रमण की गंभीरता और योग के प्रकार के अनुसार दवाएं निर्धारित की जाती हैं। सामान्यतः 3-7 दिनों तक एंटीबायोटिक का कोर्स दिया जाता है। कुछ मामलों में, हम संक्रमण के कारणों को समझने के लिए यूरिन कल्चर टेस्ट करवाते हैं। यदि संक्रमण बार-बार होता है, तो लंबी अवधि के लिए कम खुराक वाले एंटीबायोटिक्स दिए जा सकते हैं।

 हम रोगी को अधिक पानी पीने की सलाह इसलिए देते हैं,

जिससे बैक्टीरिया मूत्र के साथ बाहर निकल सके। गंभीर मामलों में, यदि संक्रमण किडनी में फैल गया हो, तो अस्पताल में भर्ती होने और अंतः शिरा एंटीबायोटिक्स की आवश्यकता हो सकती है। उचित स्वच्छता और स्वस्थ आदतों का पालन भी संक्रमण से बचाव में मदद करता है। यूरिन ट्रैक इन्फेक्शन के मामले में घबराने की कोई बात नहीं है आसान तरीकों से इलाज संभव है लेकिन इस रोग को नजर अंदाज करना भी दूरगामी दुष्परिणाम का एक कारण हैं

यूरीन ट्रैक इन्फेक्शन (UTI) बच्चों में भी हो सकता है। बच्चों में UTI का होना चिंता का विषय हो सकता है क्योंकि उनके लक्षण हमेशा स्पष्ट नहीं होते।

संपर्क सूत्र डॉक्टर अर्जुन सिंह शेखावत
7043 244 321

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