फर्जी डिग्रियों से फार्मेसी काउंसिल में पंजीकरण की होगी जांच
फर्जी डिग्रियों से फार्मेसी काउंसिल में पंजीकरण की होगी जांच
राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान सीफू के निदेशक डॉ ओपी थाकन ने फार्मेसी काउंसिल में फर्जी रजिस्ट्रेशन के मामले में कहा कि फार्मासिस्ट भर्ती में कुछ डिग्रियां संदेह के दायरे में आई थी कमेटी ने जिन 80 डिग्रियों को फर्जी माना है वह विभिन्न पांच राज्यों की है। इन फर्जी डिग्रियों से फार्मेसी काउंसिल में पंजीकरण होने का मामला सामने आया। इनकी जांच खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रक आयुक्तालय के अधिकारियों को दी गई। जांच प्रक्रिया जारी है। 1 साल पहले फार्मासिस्ट के 3067 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई थी जिसके लिए 17000 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था 4000 अभ्यर्थियों की प्रोविजनल सूची जारी भी हुई थी लेकिन फर्जी डिग्री में पंजीकरण को लेकर बवाल मचा और बाहरी राज्यों के विश्वविद्यालय और शक के दायरे में आ रही संस्थानो से जारी 1517 डिग्रियों को वेरिफिकेशन के अधीन लिया।