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cancer / कैंसरहैल्थ

कैंसर का नाम सुनते ही अब नहीं कांपेगी रूह। कैंसर की जंग से जीत संभव

cancer। treatment। dr rohit swami

कैंसर का नाम सुनते ही अब नहीं कांपेगी रूह

_इलाज की राह हुई आसान_

कैंसर का नाम सुनते ही लोगों की रूह कांप उठती है सामने मौत नजर आती है लेकिन मेडिकल साइंस की तरक्की के चलते अब कैंसर की जंग से जीत संभव हो गई है।
उक्त विचार व्यक्त करते हुए मेडिकल ऑंकोलॉजिस्ट डॉक्टर रोहित स्वामी ने कहा कि स्टेज फर्स्ट और स्टेट थर्ड के कैंसर का इलाज संपूर्ण संभव है हां निर्भर करता है कैंसर के प्रकार का थर्ड स्टेज का ब्रेस्ट के कैंसर रोग के उपचार की सफलता दर 80% है तो लंग्स के कैंसर की उपचार की सफलता दर 30% है। लिंफोमा ब्लड कैंसर थर्ड स्टेज के रोग में उपचार की दर 90% से भी ज्यादा है।
उन्होंने कहा कि उच्च गुणवत्ता की मशीन

The Halcyon Radiation Therapy System delivers image-guided intensity-modulated radiation therapy (IMRT) or volumetric arc therapy (VMAT) up to four times faster than standard technology. The system captures either two dimensional or cone-beam CT images for guidance in less than 15 seconds.

के द्वारा स्टेज फोर्थ के कैंसर रोगियों में इम्यूनोथेरेपी टारगेट थेरेपी से मरीज के जीवन काल की यात्रा को लंबा और अच्छी गुणवत्ता वाला बनाया जा सकता है।

कैंसर रोग की चारों अवस्थाओं में उपचार के लिए संदेश यही है कि प्राथमिक अवस्था में कैंसर डिटेक्ट होने पर इलाज में देरी नहीं करनी चाहिए।

आपने एसएमएस मेडिकल कॉलेज से एंट्रेंस 2002 एमबीबीएस किया। गांधी मेडिकल कॉलेज भोपाल से एमडी मेडिसिन में की और टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल से कैंसर विषय पर डीएम की। आपसे प्रश्न किया कि आपको डॉक्टर बनने की प्रेरणा कैसे मिली उन्होंने कहा कि मैं जब जयपुर के ढेर के बालाजी स्थित एस वी एम स्कूल में पढ़ता था चौथी पांचवी क्लास में ही मेरे मन में भावना जगी थी कि मुझे डॉक्टर बनना चाहिए और 7वीं क्लास में मैंने प्रण ले लिया था कि मैं कैंसर या फिर एचआईवी के रोग के उपचार का डॉक्टर बनूंगा। उन्होंने डॉक्टर बनने की प्रेरणा स्रोत को स्वयं की प्रेरणा को ही जागृत होना बताया। आप जब एमडी मेडिसिन कर रहे थे तो उस समय एचआईवी एड्स के उपचार कीआधुनिक दवाइयां आ गई थी जिनसे एचआईवी एड्स का इलाज पूरी तरह तो उपचारित नहीं लेकिन दवाओं के सहारे संपूर्ण जिंदगी अच्छी तरीके से व्यतीत किया जा सकता है।
पढ़ाई के दौरान ही सफदरगंज हॉस्पिटल दिल्ली में सीनियर रेजिडेंसी में उन्हें टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल मुंबई में डीएम के लिए सलेक्शन हो गया इस प्रकार आपको कैंसर रोग में विशेषज्ञ डॉक्टर बनने का अवसर मिला।
उन्होंने टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल में कार्य अनुभव के बारे में बताया कि वहां

1 साल में एक लाख नए कैंसर के मरीज पंजीकृत होते हैं वहीं पुराने लाखों लोगों का उपचार भी चलता रहता है।

उन्होंने कहा टाटा मेमोरियल कैंसर इंस्टीट्यूट में मुझे कैंसर रोगियों के मरीज को बेहतर तरीके से कैसे उपचारित किया जाए काफी कुछ सीखने को मिला।

उल्लेखनीय है कि टाटा मेमोरियल कैंसर केंद्र मुंबई देश का ऐसा सेंटर है जिसे सेंट्रल गवर्नमेंट के भाभा एटॉमिक एनर्जी विभाग द्वारा संचालित किया जाता है और जहां केवल डीएम और एमसीएच का कोर्स ही कराया जाता है।
वर्तमान में आप नारायणा मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल जयपुर में मेडिकल ऑंकोलॉजी एवं हेमेटो ऑंकोलॉजी के परामर्शदाता है उन्होंने बताया कि देशभर में नारायण हॉस्पिटल ग्रुप के 33 हॉस्पिटल संचालित है जिनमें से 6 हॉस्पिटल एक्सक्लूसिव हार्ट के लिए और 23 हॉस्पिटल मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल है जहां कंप्रिहेंसिव कैंसर के ट्रीटमेंट की सुविधा आधुनिक उपकरणों के साथ उपलब्ध है।
उन्होंने कहा कि नारायण हॉस्पिटल की सीआरसीसी ब्रांच मुंबई स्थित है जो बच्चों के कैंसर के इलाज के लिए समर्पित है। वहां गरीब बच्चों का इलाज पूर्णतया निशुल्क किया जाता है।
उन्होंने कहा कि लेटेस्ट एडवांस मशीन द्वारा सटीक इलाज आसान इलाज समय पर इलाज होता है।

संपर्क सूत्र : डॉक्टर रोहित स्वामी मो +91 98190 40195

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