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युवा भारतीयों को है हार्ट अटैक और हृदय रोगों का अधिक खतरा : डॉ अमित सिंघल

युवा भारतीयों को है
हार्ट अटैक और हृदय रोगों का अधिक खतरा : डॉ अमित सिंघल

एडिशनल डायरेक्‍टर, इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी, फोर्टिस एस्‍कॉर्ट्स हॉस्‍पीटल के हदय रोग विशेषज्ञ डॉ अमित सिंघल ने युवा पीढ़ी में बढ़ते हृदय रोगों पर चिंता जाहिर करते हुए इनसे बचाव की सलाह दी।
विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (डब्‍ल्‍यूएचओ) के हाल के अध्‍ययन के मुताबिक, दुनियाभर में करीब 25 फीसदी मौतें कार्डियोवास्‍क्‍यूलर रोगों की वजह से होती हैं। चिकित्‍सकीय परिप्रेक्ष्‍य में देखें, तो अगर 40 वर्ष से कम उम्र के किसी व्‍यक्ति को हार्ट अटैक होता है तो उसे यंग कार्डियाक अरेस्‍ट मरीज़ कहा जाता है। हाल के समय में युवा अचानक हार्ट अटैक के शिकार बने हैं। यहां तक कि केवल 20 और 30 साल के युवाओं को भी हृदय रोगों ने अपना शिकार बनाया ।

इन हृदय रोगों का कारण उच्‍च रक्‍तचाप, मधुमेह, जंक फूड का सेवन और व्‍यायाम रहित जीवनशैली है।
वैसे देखा जाए तो धूम्रपान या किसी अन्‍य रूप में तंबाकू का सेवन और लगातार तनावग्रस्‍त बने रहने के कारण भी हृदय रोग हैं।
लेकिन युवाओं में अचानक हार्ट अटैक का सबसे प्रमुख कारण अल्‍कोहल और तंबाकू का बढ़ता सेवन पाया गया है। उनमें भी स्‍ट्रैस को हृदय रोगों का प्रमुख कारण बताया।

डिजिटल दौर में, सोशल मीडिया का दबाव और बढ़ती लत भी युवाओं के लिए किसी नशे से कम नहीं है और यह उनकी जिंदगी में तनाव पैदा कर चुका है।
लाइफस्‍टाइल से जुड़े भी ऐसे कई पहलू ऐसे हैं जो हृदय रोगों का प्रमुख कारण हैं।
उन्होंने कहा स्‍ट्रैस को नियंत्रित रखना बहुत जरूरी है और इसके लिए मेडिटेशन तथा योग जैसी स्‍वास्‍थ्‍यवर्धक आदतों को अपनाना चाहिए, खानपान स्‍वास्‍थ्‍यवर्धक होना चाहिए, और नियमित रूप से व्‍यायाम करें।

उनकी सलाह यह भी है हृदय रोगों का समय पर पता चल जाए तो प्रिवेंशन के उपायों से कार्डिएक अरेस्ट से बचा जा सकता है।
संपर्क सूत्र : डॉ अमित सिंघल mo 9769342552

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