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मध्यप्रदेश

बाजारों में महंगाई रोकने की कोशिशों के बीच दाम बढ़ने का सिलसिला जारी

इंदौर। एफसीआइ ने 5 जुलाई को 8 लाख टन खाद्यान्न की बिक्री करेगा। इसके लिए टेंडर जारी कर दिया है। सरकार द्वारा खाद्य वस्तुओं की महंगाई पर काबू करने के लिए यह कदम उठाया गया है। इस बिक्री में 4.07 लाख टन गेहूं शामिल है, जबकि 3.86 लाख टन चावल की नीलामी की जा रही है।

ओपन मार्केट सेल स्कीम के तहत यह बिक्री होगी। इससे स्थानीय बाजार में अब गेहूं की मजबूती पर लगाम लगने की उम्मीद है। हालांकि कारोबारी इससे बहुत ज्यादा असर पड़ने की बात से इनकार कर रहे हैं। उनके अनुसार सरकार सिर्फ 85 हजार टन गेहूं की बिक्री ही कम दाम पर करेगी। इससे बाजार पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

इधर सरकार ने सप्ताहभर पहले गन्ना किसानों को लाभ देने के लिए एफआरपी बढ़ाई थी। शकर मिलों ने मांग उठाई है कि गन्ना का अधिक भुगतान करने से शकर के उत्पादन लागत में 4 प्रतिशत की वृद्धि होती दिख रही है। इसके चलते शकर की एमएसपी भी बढ़ाई जाना चाहिए। शकर की एमएसपी अभी 31 रुपये है। इसे बढ़ाने की जरुरत है। सरकार मिलों की मांग मानती है तो उपभोक्ताओं के लिए शकर के दाम बढ़ जाएंगे।

मिलों की मांग को देखते हुए बुधवार से शकर के दाम में फिर मजबूती आने की उम्मीद है। दरअसल मिलों ने सस्ते दाम पर शकर बिक्री रोक दी है। दूसरी ओर किराना बाजार में श्रावण मास की मांग आते ही पैकिंग साबूदाना वालों ने भाव में 50 से 70 रुपये की वृद्धि कर दी है। बुधवार के बाजारों पर इन ताजा कदमों का असर देखा जा रहा है। कुल मिलाकर जुलाई में आटा और गेहूं के दाम स्थिर रहने की उम्मीद है।

दूसरी ओर किराना बाजार को अच्छी ग्राहकी की उम्मीद बंध रही है। दरअसल ना केवल दो महीने का श्रावण मास बल्कि इन दिनों वर्षा का दौर रुकने के कारण भी ग्राहकों की चहल पहल किराना बाजार और मंडियों में देखी जा रही है।

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