Kawad Yatra 2023: कैसे हुई थी कांवड़ यात्रा की शुरुआत कौन था पहला कांवड़ यात्री जानें सबकुछ
जानें कौन था संसार का पहला कांवड़ यात्री
धार्मिक मान्यता के अनुसार भगवान शिव ने समुद्र मंथन में निकले विष को पी लिया था और इस जहर के प्रभाव से भगवान भोलेनाथ असहज अवस्था में पहुंच गए थे। जहर के कारण उत्पन्न हुई पीड़ा को कम करने के लिए उनके परमभक्त रावण ने कांवड़ में गंगा जल भरकर कई बरसों तक महादेव का जलाभिषेक किया था, जिसके बाद भगवान शिव जहर के नकारात्मक प्रभावों से मुक्त हो सके थे। पौराणिक मान्यता है कि संसार का पहला कांवड़ यात्री रावण को ही माना जाता है और रावण ने ही सबसे पहले कांवड़ यात्रा की शुरुआत की थी।
जानें सावन मास में कब है सोमवार
पहला सोमवार – 10 जुलाई
दूसरा सोमवार – 17 जुलाई
तीसरा सोमवार- 24 जुलाई
चौथा सोमवार – 31 जुलाई
पांचवा सोमवार – 7 अगस्त
छठवां सोमवार – 14 अगस्त
7वां सोमवार – 21 अगस्त
आठवां सोमवार – 28 अगस्त
डिसक्लेमर
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