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21 और 22 जून को दोपहर 12. 28 बजे साया भी छोड़ देगा साथ

उज्जैन। खगोलीय घटना स्वरूप 21 और 22 जून को दोपहर 12 बजकर 28 मिनट पर साया भी साथ छोड़ देगा। ऐसा सूर्य के उत्तरी गोलार्ध में कर्क रेखा के लंबवत होने से होगा। 23 जून से दिन धीरे-धीरे छोटे होने लगेंगे और रात बड़ी।

जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक डा. राजेन्द्रप्रकाश गुप्त ने बताया कि 21 जून को सूर्य की क्रांति 23 अंश 26 कला 14 विकला उत्तर एवं 22 जून को सूर्य की क्रांति 23 अंश 26 कला 16.7 विकला उत्तर होगी।

इस प्रकार इस वर्ष सूर्य की चरम स्थिति 22 जून को रहेगी। उज्जैन कर्क रेखा के नजदीक स्थित है। 21, 22 जून की सूर्य की क्रांति में अत्यन्त कम अंतर है।

अतः इस वर्ष 21 एवं 22 जून को दोनों दिवस दोपहर 12 बजकर 28 मिनट पर सूर्य की किरण लम्बवत होने के कारण परछाई शून्य हो जाएगी। इस वर्ष खगोलीय नजारे को दोनों दिन देख सकेंगे।

वेधशाला में 22 जून को इस खगोलीय घटना को शंकु यन्त्र के माध्यम से प्रत्यक्ष दिखाने की व्यवस्था की गई है। 22 जून को उज्जैन में सूर्योदय सुबह 5.42 बजे और सूर्यास्त शाम 7.16 बजे होगा।

दिन सबसे बड़ा 13 घंटे 34 मिनट का और रात केवल 10 घंटे 26 मिनट की होगी। 22 जून के बाद सूर्य की गति दक्षिण की ओर होगी। 22 जून के बाद दिन धीरे-धीरे छोटे होने लगेंगे। 23 सितंबर को दिन-रात बराबर होंगे।

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