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मावा व घी के सैंपल फेल भाजपा नेता पुत्र सहित 9 के खिलाफ केस दर्ज

 नागदा जंक्शन। खाद्य सुरक्षा विभाग ने उन्हेल कस्बा व गांव पगारा में कोल्ड स्टोरेज पर लगभग 1 करोड़ से अधिक का घी, मावा जब्त कर सैंपलिंग की कार्रवाई की थी। प्रयोगशाला से कुछ नमूने फेल होने पर विभाग द्वारा उन्हेल के भाजपा नेता सहित सात व चौमहेला के दो लोगों के खिलाफ पुलिस में विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कराया। इससे उन्हेल- नागदा के मावा व्यापारियों में हड़कंप मच गया। पुलिस के अनुसार जल्द ही आरोपितों की गिरफ्तारी की जाएगी।

उन्हेल व नागदा क्षेत्र मिलावटी घी व मावा का हब बनने की खबर नईदुनिया द्वारा प्रमुखता से प्रकाशित करने के बाद कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के आदेश पर खाद्या सुरक्षा विभाग के अधिकारियों की टीम ने 9 मई को खजुरिया खाल के समीप ग्राम पगारा स्थित मां भवानी डेयरी फार्म पर दबिश देकर मावा, घी, क्रीम व दूध पावडर जब्त कर 12 सैंपल लिए थे।

11 सैंपल फेल हो गए थे। इसके एक सप्ताह में ही टीम ने उन्हेल कस्बे में मां कृपा कोल्ड स्टोरेज पर छापा मारकर 24 हजार 875 किलो मावा जब्त कर 21 नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजे थे। इसकी भी रिपोर्ट पांच दिन पूर्व आ गई। इसमें कई सैंपल फेल हो गए हैं। विभाग के निरीक्षक सुभाष खाड़ेकर की शिकायत पर भाजपा नेता ओमप्रकाश जैन, पुत्र अश्विनी जैन व कर्मचारी रामबाबू पर धारा 420, 272, 34 में उन्हेल थाने में प्रकरण दर्ज कराया।

इसी तरह उन्हेल कस्बे में मां कृपा कोल्ड स्टोरेज से लिए गए मावे के नमूने फेल होने पर विभाग के उप संचालक बनेसिंह देवलिया की शिकायत पर निलेश भंडारी व यतेंद्र निवासी चौमेहला, सौरभ कटारिया, सुरेश जैन, अंकुर छाछेड़ व कोल्ड स्टोरेज संचालक मयंक जैन के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।

कार्रवाई रुकवाने के लिए बनाया था दबाव

बता दें कि कलेक्टर के निर्देश पर विभाग द्वारा कार्रवाई की गई थी। भाजपा नेता जैन ने इसे रुकवाने के लिए स्थानीय से लेकर वरिष्ठ नेताओं के माध्यम से दबाव बनाया था। मामले में लापरवाही बरतने पर कलेक्टर ने एरिया इंसपेक्टर महेंद्र वर्मा को निलंबित कर दिया था। इसके बाद से ही विभाग के अधिकारियों ने मामले में पूरी तरह चुप्पी साध रखी थी।

15 से 20 क्विंटल मावा रोज बनता है, इतना दूध उत्पादन नहीं

उन्हेल में लगभग 15 से 20 क्विंटल मावा प्रतिदिन तैयार होता है। इसमें से बड़ी मात्रा में बस के माध्यम से इंदौर, उज्जैन व नागदा रेलवे स्टेशन से ट्रेन के द्वारा सूरत, बड़ौदा व मुंबई भेजा जाता था। इसका मुख्य सरगना ओमप्रकाश जैन बताया जा रहा है। इतना मावा बनाने के लिए लगभग 10 हजार लीटर दूध प्रतिदिन लगता है। इससे आधा भी दूध इस क्षेत्र में नहीं होता है तो फिर इतनी बड़ी संख्या में मावा कैसे बनाया जाता था।

गंदगी में रखे पावडर से बनाते थे मावा

सत्ता की आड़ में भाजपा नेता ओमप्रकाश जैन की लगभग क्षेत्र में 10 से 15 भट्टीया चल रही थी। जिस दूध के पावडर से मावा बनाया जाता था उसे एक मकान के बाथरूम व शौचालय में छिपाकर रखा हुआ था। इतनी गंदी जगह रखने के बाद उसी पावडर से मावा बनाकर आमजन को खिलाया जाता था।

खाद्य सुरक्षा विभाग के दो अधिकारियों की अलग-अलग शिकायत पर ओमप्रकाश जैन, उनके पुत्र अश्विनी व एक अन्य व दूसरे अधिकारी की शिकायत पर उन्हेल के पांच व चौमेहला के दो व्यापारियों पर प्रकरण दर्ज किया गया है। जल्द ही आरोपितों की गिरफ्तारी की जाएगी।- अशोक शर्मा, टीआइ, उन्हेल थाना

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