किडनी कैंसर से पहले शरीर में दिखते हैं ये 7 वार्निंग साइन
dr arjun singh shekhawat। urology। kidney

किडनी कैंसर से पहले शरीर में दिखते हैं ये 7 वार्निंग साइन
विशेषज्ञों की मानें तो इन लक्षणों को नजरअंदाज करना हो सकता है खतरनाक
जयपुर।
किडनी हमारी बॉडी का एक बेहद अहम अंग है, जिसका मुख्य कार्य शरीर से विषैले तत्व (टॉक्सिन) को बाहर निकालना और शरीर की सफाई करना है। यह अंग रीढ़ की हड्डी के दोनों ओर पीठ के निचले हिस्से में मौजूद होता है और हर दिन करीब 50 गैलन खून को छानने का काम करता है।
40 की उम्र के बाद विशेष सावधानी जरूरी
*आईकॉनिक्स क्लिनिक कॉस्मेटिक एंड यूरोलॉजी सेंटर के प्रसिद्ध यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर अर्जुन सिंह शेखावत* के अनुसार, 40 साल की उम्र के बाद किडनी की कार्यक्षमता यानी ग्लोमेरुलर फिल्ट्रेशन रेट धीरे-धीरे कम होने लगता है, जिससे शरीर में टॉक्सिन जमा होने लगते हैं। यदि जीवनशैली और खानपान पर ध्यान न दिया जाए तो इससे किडनी को गंभीर नुकसान हो सकता है, यहां तक कि किडनी कैंसर भी हो सकता है।
क्या है किडनी कैंसर?
किडनी कैंसर, जिसे रेनल सेल कार्सिनोमा (Renal Cell Carcinoma) कहा जाता है, किडनी में असामान्य कोशिकाओं की वृद्धि के कारण होता है, जो बाद में ट्यूमर का रूप ले सकती है। उम्र बढ़ने के साथ इस कैंसर का खतरा भी बढ़ता है।
डॉ. अर्जुन सिंह शेखावत, यूरोलॉजिस्ट के अनुसार, “शुरुआती अवस्था में किडनी कैंसर के लक्षण अक्सर नहीं दिखते, लेकिन जब बीमारी बढ़ने लगती है तो शरीर कई तरह के संकेत देने लगता है। अगर इन शुरुआती लक्षणों को समय रहते पहचान लिया जाए तो इलाज आसान हो सकता है।”
किडनी कैंसर के 7 संभावित चेतावनी संकेत
1. पेशाब में खून आना – पेशाब का रंग गुलाबी, भूरा या लाल हो सकता है।
2. कमर के निचले हिस्से में लगातार दर्द – विशेष रूप से एक तरफ का दर्द जो आराम करने पर भी ठीक न हो।
3. तेजी से वजन घटना – बिना किसी डायटिंग या व्यायाम के वजन में गिरावट।
4. लगातार थकान रहना – शरीर में ऊर्जा की कमी और सामान्य काम करने में भी थकावट।
5. शरीर में सूजन – विशेषकर टांगों, टखनों या पेट में सूजन।
6. बार-बार पेशाब आना या रात में उठना – मूत्र विसर्जन में बदलाव।
7. हल्का बुखार और रात में पसीना आना – यह भी किडनी में असामान्यता का संकेत हो सकता है।
इलाज के लिए किस विशेषज्ञ से मिलें ?
किडनी कैंसर की जांच और इलाज के लिए यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करना चाहिए। यूरोलॉजिस्ट पेशाब से जुड़ी बीमारियों और किडनी ट्यूमर के विशेषज्ञ होते हैं। बीमारी की पुष्टि के बाद जरूरी टेस्ट, सीटी स्कैन, बायोप्सी और सर्जरी जैसे उपचार इसी विशेषज्ञ की देखरेख में किए जाते हैं।
डॉ. अर्जुन सिंह शेखावत का कहना है कि, “यदि उपरोक्त में से कोई भी लक्षण लंबे समय तक बने रहते हैं तो तुरंत विशेषज्ञ डॉक्टर से जांच कराएं। समय पर पहचान और सही इलाज से किडनी कैंसर को काबू किया जा सकता है।”
संपर्क सूत्र : डॉ अर्जुन सिंह शेखावत मो +91 70432 44321