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यूरिन कल्चर रिपोर्ट में देरी : इलाज में एक बड़ी बाधा

यूटीआई का सटीक और शीघ्र इलाज अब संभव

नवीनतम तकनीक से शीघ्र यूरिन कल्चर रिपोर्ट मिलेगी, जिससे मिलेगा सही उपचार

यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) एक आम लेकिन गंभीर समस्या बनती जा रही है। विशेष रूप से महिलाओं में इसका खतरा अधिक होता है क्योंकि उनकी यूरेथ्रा मलाशय के करीब होती है, जिससे बैक्टीरिया के संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है। शोध बताते हैं कि महिलाओं में यूटीआई होने की संभावना पुरुषों की तुलना में 50 गुना अधिक होती है।

यूटीआई के कारण और बढ़ती एंटीबायोटिक प्रतिरोधिता

यूटीआई के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन E. coli बैक्टीरिया इसका प्रमुख कारक है। पिछले कुछ वर्षों में अत्यधिक एंटीबायोटिक्स के उपयोग के कारण बीटा-लैक्टम एंटीबायोटिक्स ग्रुप की दवाएं भी अप्रभावी होती जा रही हैं।

डॉ. ए. के. भार्गव, वरिष्ठ पैथोलॉजिस्ट, बताते हैं कि जब बैक्टीरिया एंटीबायोटिक्स के प्रति प्रतिरोधी हो जाते हैं, तो इलाज के कई विकल्प समाप्त हो जाते हैं, जिससे संक्रमण का उपचार कठिन हो जाता है।

यूरिन कल्चर रिपोर्ट में देरी : इलाज में एक बड़ी बाधा

सही एंटीबायोटिक के चयन के लिए यूरिन कल्चर रिपोर्ट आवश्यक होती है, लेकिन सामान्य परिस्थितियों में यह रिपोर्ट 48 घंटे में मिलती है, जिससे उपचार में देरी हो जाती है।

अब इलाज में क्रांतिकारी बदलाव : एडवांस उपकरण से शीघ्र रिपोर्ट

अब, नवीनतम डायग्नोस्टिक तकनीकों की मदद से यूरिन कल्चर की रिपोर्ट शीघ्र और सटीक रूप से उपलब्ध कराई जा सकती है। इससे चिकित्सक तुरंत सही एंटीबायोटिक का चयन कर सकते हैं, जिससे मरीज को जल्द राहत मिल सकती है।

डॉ. भार्गव बताते हैं कि उनकी प्रयोगशालाओं में ऐसी उन्नत मशीनें उपलब्ध हैं, जो यूरिन कल्चर की रिपोर्ट बहुत कम समय में सटीक परिणामों के साथ प्रदान करती हैं। इससे पहले, देरी के कारण गलत एंटीबायोटिक्स देने की संभावना रहती थी, लेकिन अब इस समस्या का समाधान हो चुका है।

एंटीबायोटिक प्रतिरोध को रोकने की आवश्यकता

आज, एंटीबायोटिक्स का अत्यधिक और अनुचित उपयोग चिंता का विषय बन चुका है। शोध के अनुसार, एक-तिहाई सामान्य यूटीआई E. coli बैक्टीरिया से होते हैं, और कई बार इस्तेमाल होने वाली प्रमुख दवा बैक्ट्रिम अब अप्रभावी हो रही है।

न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, 20% अन्य यूटीआई संक्रमणों पर सामान्य रूप से दी जाने वाली पांच प्रमुख एंटीबायोटिक्स का कोई असर नहीं हो रहा। इसलिए, सटीक और शीघ्र निदान अत्यंत आवश्यक है ताकि सही दवा दी जा सके और एंटीबायोटिक प्रतिरोध को रोका जा सके।

शीघ्र जांच के लिए आधुनिक प्रयोगशालाएं उपलब्ध

यदि आपको यूटीआई से संबंधित कोई भी समस्या हो, तो नीचे दिए गए डायग्नोस्टिक सेंटरों पर संपर्क करें, जहां अत्याधुनिक उपकरणों की मदद से शीघ्र और सटीक जांच की सुविधा उपलब्ध है।

संपर्क करें

📞 डॉ. ए. के. भार्गव – 9829079097

डायग्नोस्टिक केंद्रों का पता

1. A.K. Diagnostic Centre & Research Laboratory

📍 H3, तोडरमल मार्ग, शंकर पथ, स्काउट हेड क्वार्टर के पास, बानी पार्क, जयपुर

📞 0141-2202924, 2207924

2. A.K. Diagnostic & Physiorelief Centre

📍 कान्हा प्लाज़ा, सब्ज़ी मंडी के सामने, जैन मंदिर गली, कालवाड़ रोड, झोटवाड़ा, जयपुर

📞 0141-2349151

3. A.K. Diagnostic Centre

📍 सुमंगल कॉम्प्लेक्स, कनवाटिया हॉस्पिटल के पास, शास्त्री नगर, जयपुर

📞 0141-2300072

यूटीआई के सही और शीघ्र इलाज के लिए उन्नत यूरिन कल्चर परीक्षण एक बड़ा कदम है। अब, सटीक रिपोर्ट समय पर उपलब्ध होने से सही एंटीबायोटिक तुरंत दी जा सकती है, जिससे मरीज जल्द स्वस्थ हो सकता है।

इसके अलावा, एंटीबायोटिक्स का विवेकपूर्ण उपयोग अत्यंत आवश्यक है, ताकि बैक्टीरिया के प्रतिरोध को रोका जा सके और भविष्य में प्रभावी उपचार सुनिश्चित किया जा सके।

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