सिंधी चैत्र मेले में बड़े-बड़े उद्योगपतियों और एनआरआई ने श्रद्धालुओं की दिन रात की सेवा।
सिंधी चैत्र मेले में बड़े-बड़े उद्योगपतियों और एनआरआई ने श्रद्धालुओं की दिन रात की सेवा।
प्रेम प्रकाश आश्रम अमरापुर दरबार जयपुर एमआई रोड पर स्थित है, वर्ष 1947 में स्थापित अमरापुर दरबार जयपुर और समाजसेवियों द्वारा सामाजिक कार्य के अलावा प्रतिदिन पुलाव एवं ग्यारस के दिन भरपूर रोटी सब्जी वितरित की जाती है
श्री अमरापुर धाम एमआई रोड जयपुर पर चल रहे सिंधी चैत्र मेला का समापन हुआ मेले के दौरान 15 से 18000 श्रद्धालु प्रतिदिन आते थे। स्वामी भगत प्रकाश ने बताया कि प्रेम प्रकाश ग्रंथ सब सुखों के आधार पर केंद्रित है इसमें सारे धर्म का सार निहित है इसके प्रतिदिन श्रवण और पठान से मन एकाग्र और शांत होता है स्वभाव सरल बनता है जिससे जीवन की कई समस्याओं का हल मिलने में आसानी होती है। प्रवक्ता बी डी टेकवानी ने बताया कि मेले के दौरान प्रतिदिन सत्संग भजन और प्रार्थना होती है भंडारा होता है।
मेले के दौरान चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रभारी मनोज ठाकवानी ने श्रद्धालुओं की चिकित्सा सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ी।
आप द्वारा निम्न चिकित्सकों की सेवाएं उपलब्ध कराई गई जिनमें डॉ पुनीत रिझवानी डॉ दिलीप वाधवानी डॉ चेलानी डॉ खुशी तेवानी डॉ जितेंद्र पहलराजानी डॉ नरेश लेडवानी डॉ रितेश रामनानी डॉ किशोर मूलराजानी आदि। उन्होंने कहा कि समाज के चिकित्सकों ने समाज की निशुल्क चिकित्सा सेवा करते हुए अपने आप को गौरान्वित महसूस किया।
इस प्रकार के मेलों में श्रद्धालुओं की अचानक तबीयत खराब हो जाती है उस मद्दे नजर श्रद्धालुओं की चिकित्सा सेवा को देखते हुए यह व्यवस्था की गई।
इस शिविर में शुगर बीपी पल्स आदि की जांच के साथ जरूरी दवाइयां भी निशुल्क दी गई।
इस दौरान श्रद्धालुओं को प्रसाद के साथ-साथ तुलसी के पौधे भी वितरित किए गए। इस दौरान पिंड ब्रह्मांड ज्ञान गुच्छा पुस्तक का भी विमोचन किया गया। मेले के समापन पर स्वामी भगत प्रकाश महाराज ने समाज सेवी वासुदेव खेमानी का आभार प्रदर्शित किया।
हिना मेडिकल के संचालक समाजसेवी मनोज ठेकवानी ने बताया कि संत टेऊं राम हॉस्पिटल विजयपथ मानसरोवर द्वारा निशुल्क आंखों के ऑपरेशन की जिम्मेदारी भी ली हुई है। उन्होंने कहा कि सिंधी समाज हमारे पूज्य श्री गुरु महाराज भगत प्रकाश जी के आशीर्वाद से समाज सेवा में कोई कमी नहीं छोड़ते हैं यह समाज का 103 वा चैत्र मेला था। चैत्र मेले में सेवा करने का इतना जुनून होता है कि बड़े-बड़े उद्योगपति व्यापारी और एनआरआई आकर यहां श्रद्धालुओं की सेवा में दिन-रात एक कर देते हैं।
यहां भोजन सफाई सुरक्षा पार्किंग सेवा जूता घर पार्किंग सेवा लोगों को लाइन में लगाने की सेवा यह सारे काम समाज के सेवादार ही करते हैं इस मेले में रोजाना करीब 20000 से अधिक सेवादार व्यक्ति सेवा भाव से जुड़े।