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चिकित्सा के क्षेत्र में हो रहे है न्यू एडवांसमेंट्स। जयपुर में होता है असाध्य और कठिन रोगों का आधुनिकतम और नव सृजित तकनीकों से इलाज ।
मध्यप्रदेश

बिजली कंपनी के सायबर हमले में हार्ड डिस्क की जांच रिपोर्ट का इंतजार

जबलपुर। मध्य प्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी में रेनसमवेयर वायरस के हमले में साइबर सेल की फारेसिंक टीम जांच में जुटी है। कंपनी की चार हार्ड डिस्क को फिलहाल जांच में लिया गया है। इस हार्ड डिस्क की जांच के लिए सायबर फारेसिंक भोपाल में भेजा गया है जहां यह पता लगाया जा रहा है कि किस तरह का वायरस से हमला हुआ था। रिपोर्ट अभी आने में करीब 15 दिन का वक्त लगेगा। इस बीच जांच की प्रक्रिया रिपोर्ट के इंतजार में रुकी हुई है।

22 मई की रात हुआ था रैनसमवेयर अटैक

ज्ञात हो कि मप्र पावर मैनेजमेंट कंपनी की साइट और सर्वर पर 22 मई की रात रैनसमवेयर अटैक हुआ था। कम्पनी का सर्वर पूरी तरह से बैठ गया और पूरा कामकाज ठप पड़ गया। सर्वर और साफ्टवेयर एलएनटी इंफोटेक ने बनाया था। वहां से साइबर एक्सपर्ट पहुंचे और जांच की। आठ दिन बाद मंगलवार को सिस्टम शुरू हो सका। हार्ड डिस्क की फारेंसिक इन्वेस्टीगेशन में यह पता चल सकेगा कि हैकर ने कौन से वायरस का प्रयोग कंपनी पर रैनसेमवेयर अटैक के लिए किया। इसका पता चलने के बाद यह पता लगाया जाएगा कि आ​खिरकार इस तरह के वायरल से और कहां-कहां और किन-किन कम्पनियाें में साइबर अटैक हुआ।

जांच में यह बात भी आ रही सामने

स्टेट साइबर सेल की जांच में यह बात भी सामने आई कि कम्पनी के सर्वर और कंप्यूटर सिस्टमों में एंटीवायरस अपलोड था, लेकिन हैकर ने जो वायरस भेजा, उसे रोक पाने में कंपनी के सर्वर और ​सिस्टम का एंटीवायरस नाकाम रहा। इस संबंध में सायबर एसपी लोकेश सिन्हा ने कहा कि हम फिलहाल हार्ड डिस्क की जांच पूरी होने का इंतजार कर रहे हैं। भोपाल के सायबर फारेसिंक विभाग में हार्ड डिस्क जांच की जा रही है। इसमें करीब 15 दिन का समय लगेगा जिसके बाद तय होगा कि किस तरह का वायरस था। इसके अलावा भी कई अहम जानकारी हार्ड डिस्क की जांच से मिलने की उम्मीद जताई गई है।

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