महिला शिक्षा और सशक्तिकरण पर बनी है फिल्म आयुष्मती गीता मैट्रिक पास
आयुष्मती गीता मैट्रिक पास” का प्रमोशन
*निर्देशक प्रदीप खैरवार , कशिका कपूर, अनुज सैनी, अतुल श्रीवास्तव और प्रणय दीक्षित पिंकसिटी जयपुर में।
*महिला शिक्षा और सशक्तिकरण पर बनी है फिल्म
जयपुर, 9 अक्टूबर, 2024:
स्टारर फ़िल्म “आयुष्मती गीता मैट्रिक पास” ट्रैलर रिलीज होने के बाद से ही काफी चर्चा में है। फिल्म के ट्रैलर को विभिन्न मीडिया प्लेट फॉर्म्स पर काफी पॉपुलरिटी मिल रही है।
आज फिल्म में लीड रोल निभाने वाली खूबसूरत अभिनेत्री कशिका कपूर, अनुज सैनी, अतुल श्रीवास्तव, प्रणय दीक्षित और निर्देशक प्रदीप खैरवार, फिल्म के प्रमोशन के लिए पिंक सिटी पहुंचे और राजधानी जयपुर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया को संबोधित किया।
फ़िल्म के प्रमोशन के लिए बियानीं गर्ल्स कॉलेज , विद्याधर नगर के दिवाली मेले के साथ ही शहर में चल रहे गरबा में भी स्टार कास्ट नें फ़िल्म का प्रमोशन किया ।
फिल्म के बारे मे बात करते हुए निर्देशक प्रदीप खैरवार ने कहा कि हम कितना भी वुमन एम्पावर्मेंट की बात कर लें लेकिन आज भी हमारा समाज पुरुष प्रधान ही है।
आज भी महिलाओं को पुरुषों से कमतर समझ जाता है, जब तक हमारी लड़किया नहीं पढ़ेंगी तब तक ये समाज ऐसे ही उनको दोयम दर्जे का समझता रहेगा और महिलाओं को हर स्तर पर संघर्ष से गुजरना पड़ेगा।
आयुष्मती गीता मैट्रिक पास में हमने ग्रामीण भारत की लड़की गीता के शिक्षित होने के लिए उसके द्वारा किये गए संघर्ष को दिखाने की कोशिश की है और समाज को एक संदेश देने का प्रयास किया है कि एक सशक्त समाज बनाने के लिए बेटियों का शिक्षित होना बहुत जरूरी है।
फिल्म का मैसेज बहुत बड़ा है। बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ के एरा में ये फिल्म अपना महत्वपूर्ण योगदान देने मे कामयाब होगी ।
ऐक्ट्रेस कशिका कपूर ने कहा कि राजस्थान का रिच कल्चर, यहाँ का सुपर टैस्टी दाल भाटी चूरमा, यहाँ का पहनावा और दिल को छू लेने वाली मेहमाननवाजी सबकुछ मुझे बेहद पसंद है।
हमारी फिल्म “आयुष्मती गीता मैट्रिक पास” में भले ही उत्तर प्रदेश के एक छोटे गाँव की कहानी दर्शाई गई हो परंतु यह फिल्म पूरे भारतीय समाज की मानसिकता को बखूबी बयान करती है।
प्रदेश कोई भी हो महिलाओ और बच्चियों की दशा हर जगह कामोबेश एक जैसी है। यह फिल्म एक तरह से महिला शिक्षा और उसके संघर्ष पर आधारित है। अगर महिला शिक्षा की बात करें तो राजस्थान और उत्तर प्रदेश दोनों जगहों पर वुमन लिटरसी रेट लगभग एक जैसा है। तो इस फिल्म में रोमांस, ड्रामा और ईमोशन तो है ही साथ ही ये फिल्म समाज को एक बहुत जरूरी संदेश भी देती है। राजस्थान के लोगों को ये फिल्म अपने ही गाँव की कहानी जैसी लगेगी।
गीता के प्रेमी का किरदार निभाने वाले अनुज सैनी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा “फिल्म की कहानी इतनी ज्यादा इन्टरिस्टिंग है यह एक परिवरिक फिल्म है जिसमें ईमोशन है, रोमांस है, सस्पेन्स है, ड्रामा है मतलब फुल एनर्टैनिंग मूवी है”
फिल्म आयुष्मती गीता एक महत्वाकांक्षी फिल्म है जो बताने की कोशिश करती है कि आज के मॉडर्न इंडिया में भी जब बात महिलाओं की शिक्षा की होती है तो यह समाज अपनी रूढ़िवादी मानसिकता के कारण उनको रोकने का प्रयास करता है।