फर्जी डॉक्टरों का आर एम सी रजिस्ट्रेशन का भास्कर ने किया खुलासा।
आरएमसी रजिस्ट्रार की मनमानी और फर्जीवाड़ा काफी लंबे समय से चल रहा था। इन्हें कई समाजसेवियों डॉक्टर और पत्रकारों ने आगाह किया था लेकिन इन्होंने किसी की नहीं सुनी और अपना अहंकारी रवैया अपनाते हुए फर्जी वाडा जारी रखा।
आर एम सी रजिस्ट्रार और बोर्ड मेंबर्स आगाह करने वालों के मोबाइल नंबर ब्लॉक कर दिया करते थे। और खुल कर फर्जीवाड़ा और मनमानी करते थे। उसका परिणाम भास्कर ने स्टिंग ऑपरेशन चला कर जनता के सामने इनका काला कारनामा दिखाया यह भास्कर की एक बहुत बड़े हौसले की उड़ान है। हमें गर्व है भास्कर की रिपोर्टिंग पर।
पेश है भास्कर की खबर।
हमारा दायित्व है इस खुलासे की खबर को ज्यादा से ज्यादा आगे फॉरवर्ड करें।
जयपुर, मंगलवार, 1 अक्टूबर, 2024
बिहार, महाराष्ट्र, हरियाणा, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश की काउंसिल के जाली रजिस्ट्रेशन से राजस्थान में बन रहे फर्जी डॉक्टर
भास्कर का स्टिंग ऑपरेशन
RMC ने 12वीं पास बनाए डॉक्टर, गाइनी-सर्जन भी, डिग्री देखी नहीं, एनओसी-रजिस्ट्रेशन-जांच सब फर्जी
98 फर्जी डॉक्टर मिले, देखिए फर्जी सर्टिफिकेट के रजिस्ट्रेशन नंबरों पर दूसरे डॉक्टर रजिस्टर्ड, कई नंबर ही गलत
• डॉ. सरिमुल एच मजूमदार
RMC रजिस्ट्रेशन 19 जुलाई, 2024 को एमबीबीएस के लिए 68917 व एमएस गायनेकोलॉजी के लिए 29027 नंथा में।
सरिमूल ने तमिलनाडु मेडिकल काउंसिल की फीमेल डॉ. कोमेभागम के रजिस्ट्रेशन 151108 नंबर का 21 जून, 2021 को फर्जी सर्टिफिकेट RMC में लगाया।
• डॉ. गीता कुमारी
RMC रजिस्ट्रेशनः 9 जुलाई, 2024 को एमबीबीएस के लिए 68742 व गायनेकॉलोजी डिप्लोमा के लिए 28964 नंबर से।
गीता ने महाराष्ट्र मेडिकल काउंसिल के डॉ. पवार मंदार हेमंत के 2024030958 नंबर का 15 मार्च, 2024 को फर्जी सर्टिफिकेट बनाया।
• डॉ. देवेंद्र नेहरा
RMC रजिस्ट्रेशन, 21 जून, 2024 को एमबीबीएस के लिए 68333 नंबर से।
महाराष्ट्र मेडिकल काउंसिल की डॉ. वैष्णवी बलिराम के रजिस्ट्रेशन 2022075743 नंबर से फर्जी सर्टिफिकेट 20 जुलाई, 2022 को बनाया।
• डॉ. पंकज यादव
RMC रजिस्ट्रेशन, 13 जून, 2024 को एमबीबीएस के लिए 68250 नंबर से। बिहार मेडिकल काउंसिल के 54689 नंबर का 20 मार्च, 2024 को जारी सर्टिफिकेट। बिहार में 54689 नंबर से कोई डॉक्टर रजिस्टर्ड ही नहीं है।
• डॉ. रामकिशोर महावर
RMC रजिस्ट्रेशन 21 मई, 2024 को एमबीबीएस के लिए 67783 गायनेकोलॉजी डिप्लोमा के लिए 28780 नंबर में। महाराष्ट्र व उत्तरप्रदेश मेडिकल काउंसिल के सर्टिफिकेट लगाए। दोनों जगा सर्टिफिकेट के नंबर से किसी का रजिस्ट्रेशन नहीं है।
• डॉ. दीपक चौधरी
RMC रजिस्ट्रेशन, 20 मई, 2024 को एमबीबीएस के लिए 67727 नकर से। बिहार मेडिकल काउंसिल का 54672 नंबर का 20 मार्च, 2024 को जारी सर्टिफिकेट इन्होंने आरएमसी में लगाया है। बिहार में 54672 नंबर से कोई भी डॉक्टर रजिस्टर्ड ही नहीं हुआ है।
• डॉ. शांतनु कुमार
RMC रजिस्ट्रेशन: 14 मई, 2024 को एमबीबीएस के लिए 676-45 नंवा से। बिहार मेडिकल काउंसिल का 54665 नंबर का 20 मार्च, 2024 को जारी सर्टिफिकेट। बिहार में 54665 नंबर में कोई डॉक्टर रजिस्टर्ड नहीं है।
• डॉ. महेश कुमार गुर्जर
RMC रजिस्ट्रेशन, 19 अप्रैल, 2023 को एमबीबीएस के लिए 60781 नंबर से। हरियाणा मेडिकल काउंसिल की डॉ. अद्विती कल्लीपल का 13577 नंबर से सर्टिफिकेट है। 25 जनवरी, 2023 का फर्जी सर्टिफिकेट अपलोड किया गया।
भास्कर स्टिंग
फर्जी रजिस्ट्रेशन पर राजस्थान मेडिकल काउंसिल के रजिस्ट्रार डॉ. राजेश शमो से भास्कर ने सवाल पूछे तो उन्होंने फर्जीवाड़ा स्वीकारा, रिपोर्टर को ही ₹10 लाख का खुला ऑफर दिया।
आरएमसी रजिस्ट्रार ने फर्जीवाड़ा माना, रिपोर्टर को ऑफर दिया 10 लाख लो, खबर मत छापो
रिपोर्टर : दस्तावेज फर्जी हैं तो दूसरे राज्य की काउंसिल में वैरिफिकेशन कैसे हुआ?
रजिस्ट्रारः पहले से लगे लोग फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। मैंने 4 को तो हटा दिया है. पर अभी भी कई गड़बड़ है।
रिपोर्टर : खबर के लिए आपका आधिकारीक पक्ष क्या है?
रजिस्ट्रार : खबर क्यों करते हो? किया किसी ने भी हो सारा आएगा मेरे ऊपर। सरकार हटा देगी मुझे। आप तो निपटाओ इसे।
रिपोर्टरः आप ही बताइए, क्या करना है?
रजिस्ट्रारः मैं 10 लाख करवा दूंगा आपको। मैं करवाऊंगा इन फर्जी रजिस्ट्रेशन वालों से ही। सबसे बुलाकर पैसे लूंगा। आप तो इस मामले को निपटाओ, कैसे भी।
रिपोर्टर : इन पर एक्शन नहीं लोगे आप?
रजिस्ट्रार : आप कहोगे तो एक्शन भी ले लूंगा। पैसे इनसे ही लेने पड़ेंगे। आपको भी दूंगा, मै भी रख लूंगा। आपसे दोस्ती हो जाएगी तो खूब काम लाना मेरी भी कमाई करवाना आप भी कमाना। लीगल काम में ही खूब कमाई है यहां तो।
(38 मिनट 16 सेकंड की पूरी बातचीत का वीडियों भास्कर के पास है))
चिकित्सा मंत्री खींवसर को फर्जी डॉक्टरों के सबूत दिखाए, मंत्री बोले- अपराध गंभीर, कार्रवाई करूंगा
भास्कर ने चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर को मेडिकल काउंसिल के इस फर्जीवाड़े के दस्तावेज दिखाए तो वे चौक गए।
बोले- यह बेहद गंभीर मामला है। इसकी तह तक जाएंगे। जिन लोगों ने ऐसा किया है उनके खिलाफ सख्त एक्शन लेंगे। उन्होंने कहा कि यदि आप पूरी डिटेल दे दें तो आज ही आरएमसी के ऑफिस को सीज कर देंगे और मामले को एसीबी को सौप देंगे।
आपने पेपर लीक डमी कैडिडेट व फर्जी मार्कशीट में नौकरी लगने के मामले तो खूब देखे होंगे, लेकिन कभी यह सुना है कि 12वीं पास बिना एमबीबीएस डिग्री लिए डॉक्टर बन गया। वो भी झोलाछाप नहीं, सरकारी ठप्पे वाला, जिसका मेडिकल काउंसिल में बाकायदा रजिस्ट्रेशन हुआ हो।
इनमें कई डॉक्टर गाइनी और सर्जन बन चुके हैं। हैरतअंगेज फर्जीवाड़ा किया है आरएमसी यानी राजस्थान मेडिकल काउंसिल ने।
भास्कर ने बिहार, महाराष्ट्र, हरियाणा, तमिलनाडु और उत्सर प्रदेश राज्यों की मेडिकल काउंसिल के रजिस्ट्रेशन से राजस्थान में बन रहे फर्जी डॉक्टरों का खुलासा किया है।
हैरत की बात कि आरएमसी ने 12वीं पास लोगों की डिग्री तक नहीं देखी। ऐसे 98 फर्जी डॉक्टर हैं। सर्टिफिकेट, एनओसी, रजिस्ट्रेशन और वैरिफिकेशन तक फर्जी तरीके से कर दिया गया। इन्होंने एक भी दिन न तो मेडिकल की पढ़ाई की और ना ही इंटर्नशिपं।
वैरिफिकेशन नहीं, जाली ई-मेल अटैच कर रजिस्ट्रेशन कर दिए
• फर्जी डाक्टरों ने ऑनलाइन आवेदन करते समय आलग-अलग राज्यों की काउंसिल में रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट व एनओसी में काट छांट कर फर्जी कॉपी अटैच की। आरएमसी ने जांच किए बिना ही वैरिफिकेशन का जाली ई-मेल तैयार कर इसे फाइल में अटैच कर दिया।
(असली और फर्जी सर्टिफिकेट भास्कर के पास हैं।)
भास्कर अपील: सरकार सबको जांचे, क्योंकि पते पर नहीं मिले फर्जी डॉक्टर
आरएमसी में दिए गए पतो पर कोई डॉक्टर नहीं मिला।
भास्कर की सरकार से अपील है कि सभी आरएमसी रजिस्ट्रेशन की जांच हो ताकि पता चले कि इनमें कितने क्लीनिक चला रहे, कितने सर्जरी कर रहे और कितने सरकारी नौकरियों में हैं।