पहचानिए पित्ती के ट्रिगर को और बचाव – ,उपचार का तरीका
dr dinesh mathur। skin specialist। dermatologist। jaipur

विश्व पित्ती दिवस
(World Urticaria Day) हर वर्ष 1 अक्टूबर को वर्ल्ड अरटीकेरिया जागरूकता दिवस के रूप मे मनाया जाता है आम भाषा में इसे दापड या पित्ती के नाम से भी जाना जाता है तथा भारत में पित्ती के एक करोड चालीस लाख के लगभग मरीज पाये जाते है।
एसएमएस मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रोफेसर एवं राजस्थान हॉस्पिटल के परामर्शदाता त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉक्टर दिनेश माथुर कहते हैं कि
पित्ती एक त्वचा की स्थिति है जिसमें त्वचा पर खुजली, लाल और सूजे हुए पैच (फफोले) दिखाई देते हैं जो छह सप्ताह से अधिक समय तक बने रह सकते हैं। ये घाव शरीर पर कहीं भी दिखाई दे सकते हैं और इनका आकार, आकृति और तीव्रता अलग-अलग हो सकती है।
’कारण
बहुत से रोगियो में पित्ती का सटीक कारण भली भाती ज्ञात नही होता है। हालाँकि, कुछ सामान्य कारणो में ये ट्रिगर्स शामिल हैंः जैसे:- भोजन, कीड़े के काटने से या दवाओ से एलर्जी, थायरॉयड रोग, एवं ल्यूपस जैसे ऑटोइम्यून विकार, वायरल, बैक्टीरियल संक्रमण, हार्मोनल परिवर्तन या तनाव इस रोग के कारक हो सकते है।
पित्ती तब होती है जब प्रतिरक्षा प्रणाली हिस्टामाइन और अन्य रसायन छोड़ती है, जिससे रक्त वाहिका रिसाव और सूजन होती है। इसके परिणामस्वरूप विशिष्ट घाव और खुजली होती है।
यहाँ कुछ सबसे आम खाद्य पदार्थ दिए गए हैं जो पित्ती (पित्ती) को ट्रिगर कर सकते हैंः
मेवे विशेष रूप से मूंगफली, अखरोट और काजू, शेलफिश, मछली, दूध और डेयरी उत्पाद विशेष रूप से लैक्टोज असहिष्णुता या दूध प्रोटीन एलर्जी वाले व्यक्तियों में, अंडे, गेहूँ और ग्लूटेन विशेष रूप से सीलिएक रोग या ग्लूटेन संवेदनशीलता वाले व्यक्तियों में, सोया और सोया उत्पाद, तिल और तेल, खट्टे फल संतरे, नींबू और अंगूर, टमाटर, स्ट्रॉबेरी, चॉकलेट, खाद्य योजक टार्ट्राज़िन, सनसेट येलो और सोडियम बेंजोएट, मसाले दालचीनी, जायफल और लौंग इसलिए जब भी कभी अर्टिकेरिया या पित्ती हो तो इन वस्तुओ का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए ।
अन्य खाद्य पदार्थ भी कुछ व्यक्तियों में पित्ती को ट्रिगर कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, कुछ लोगों को खाद्य पदार्थों के बीच क्रॉस-रिएक्टिविटी के कारण पित्ती का अनुभव हो सकता है, जहां प्रतिरक्षा प्रणाली एक भोजन को दूसरे के लिए गलत समझती है।
यदि आपको संदेह है कि कोई विशिष्ट भोजन आपके पित्ती का कारण बन रहा है, तो उचित निदान और मार्गदर्शन के लिए किसी विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श करें।
लक्षण
इसमें त्वचा पर खुजली, लाल और सूजे हुए धब्बे शरीर पर कहीं भी फफोले हो सकते हैं, जो कि आकार, आकृति और तीव्रता में भिन्न हो सकते हैं, इसके अलावा इस रोग में एंजियोएडेमा चेहरे, होंठ, जीभ या गले की सूजन) के साथ हो सकते हैं तथा दैनिक जीवन और नींद की गुणवत्ता को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकते हैं।
उपचार
इसके उपचार में चिकित्सको द्वारा एंटीहिस्टामाइन, अल्पकालिक राहत के लिए कॉर्टिकोस्टेरॉइड, गंभीर मामलों के लिए इम्यूनोमॉड्यूलेटर, ट्रिगर्स से बचना जैसे, कुछ खाद्य पदार्थ, तनाव, जीवनशैली में बदलाव जैसे, नियमित व्यायाम, स्वस्थ आहार आदि
*डॉ दिनेश माथुर* Mo 9829061176