युवाओं में न पड़े नशे की लत। नशे की गुलामी से दिलानी होगी आजादी । करने होंगे सार्थक प्रयास : dr anil tambi
युवाओं को नशे की लत न पड़े
आजादी के करने होंगे प्रयास
युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति एक गंभीर समस्या है जो उनके स्वास्थ्य, शिक्षा और भविष्य को प्रभावित कर रही है। जयपुर के सुप्रसिद्ध मनोचिकित्सक डॉ अनिल तांबी का कहना है कि नशे की लत से युवाओं को छुटकारा दिलाने के लिए निम्नलिखित कदम उठाए जा सकते हैं।
हालांकि युवाओं को नशे के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक करने के लिए भरसक प्रयास किए जाते है। लेकिन यह युवा अवस्था ही ऐसी है कि नशे के मजे के चलते दुष्प्रभावों को नजरअंदाज करती है। इन्हे खतरों की कोई परवाह नहीं होती। डॉक्टर तांबी ने कहा कि लेकिन निम्नलिखित ठोस कदम उठाए जाने से युवा पीढ़ी को नशे से दूर रखा जा सकता है
1 शिक्षा और रोजगार : युवाओं को समुचित शिक्षा और रोजगार के अवसर प्रदान करने से वे नशे की ओर आकर्षित नहीं होंगे।
2. सामाजिक सहयोग : युवाओं को सामाजिक कार्यों में संलग्न करने से वे नशे की लत से बच सकते हैं।
3. चिकित्सा सहायता : नशे की लत से पीड़ित युवाओं को आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान करनी चाहिए।
4. वैकल्पिक गतिविधियाँ : युवाओं को वैकल्पिक गतिविधियों जैसे कि खेल, संगीत, और कला में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
5. परिवार की भूमिका : परिवार को युवाओं के साथ जुड़ने और उन्हें नशे से दूर रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए। उन्हें परिवार की मुख्य धारा में शामिल रखें।
6. कानूनी कार्रवाई : सरकार को नशे की तस्करी और अवैध बिक्री के खिलाफ ठोस कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।
इन कदमों के द्वारा हम युवाओं को नशे की प्रवृत्ति से दूर रख सकते हैं और उन्हें एक स्वस्थ और सुरक्षित भविष्य की ओर बढ़ने में मदद कर सकते हैं।