अब बीएएमएस और बी यू एम एस पास करने के बाद छात्रों को एग्जिट एग्जाम भी 50% अंक के साथ क्लियर करना होगा
अब बीएएमएस और बी यू एम एस पास करने के बाद छात्रों को एग्जिट एग्जाम भी 50% अंक के साथ क्लियर करना होगा
आयुर्वेद विशेषज्ञ और यूनानी विशेषज्ञ बेहतरीन योग्यता पर रोगियों की सेवा कर सकें और कसौटी पर खरे उतर सकें इसके लिए नेशनल कमिशन फॉर इंडियन सिस्टम ऑफ़ मेडिसिन नई दिल्ली ने नई गाइडलाइन जारी की है।
संस्थान के सचिव डॉक्टर सच्चिदानंद प्रसाद ने कहा कि आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सकों को अब एग्जिट टेस्ट से गुजरना होगा।
और विशेष बात यह भी है कि इन छात्रों को एग्जिट टेस्ट में 50% अंक लाने अनिवार्य होंगे।
यह प्रमाण पत्र लगाने पर ही इन्हें बीएएमएस और बीयूएमएस का राष्ट्रीय स्तर पर पंजीकरण होगा।
इस वर्ष यह एग्जाम वर्ष के अंत में अक्टूबर में संभावित है वैसे गाइडलाइन के अनुसार यह परीक्षा साल में दो बार होगी। 3 घंटे का पेपर होगा। पेपर में मल्टीप्ल चॉइस के 120 प्रश्न होंगे। हर एक प्रश्न चार अंक का होगा। नेगेटिव मार्किंग भी होगी। आयुर्वेद का पेपर अंग्रेजी में हिंदी दोनों भाषा में और यूनानी का पेपर अंग्रेजी और उर्दू दोनों भाषा में होगा।
यह जानकारी सर्वपल्ली राधाकृष्णन कॉलेज और आयुर्वेद हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर भोपाल के प्रिंसिपल एवं आयुष मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ राकेश पांडे ने दी।
गौरतलब है कि फार्मासिस्ट बनने के लिए भी इसी तरह की एग्जिट परीक्षा की गाइडलाइन जारी पूर्व में हो चुकी है।