इंसान भोजन और पानी शुद्ध ग्रहण करने के लिए कितना जागरूक है उससे कहीं ज्यादा हमें शुद्ध हवा के प्रति जागरूक रहना चाहिए
dr virendra singh
इंसान भोजन और पानी शुद्ध ग्रहण करने के लिए कितना जागरूक है उससे कहीं ज्यादा हमें शुद्ध हवा के प्रति जागरूक रहना चाहिए
आई लव क्लीन एयर संबोधन के नाम से डॉ वीरेंद्र सिंह द्वारा बिरला ऑडिटोरियम में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया कार्यक्रम के आयोजक डॉ वीरेंद्र सिंह ने बताया कि इंसान अपनी दिनचर्या में प्रतिदिन 1 किलो भोजन तीन लीटर पानी और लगभग 13 किलो हवा ग्रहण करते हैं। भोजन में अगर एक छोटा सा कंकर आ जाए या थोड़ा सा गंदा पानी पीने में आ जाए तो हम कितने परेशान होते हैं लेकिन दूषित हवा ग्रहण करने में कोई परेशानी महसूस नहीं करते हैं यह एक चिंता का विषय है। क्योंकि दूषित वायु के निरंतर ग्रहण करने से हमारे फेफड़े कमजोर हो जाते हैं जो कि बाद में उपचार के लायक भी नहीं रहते।
खासकर अस्थमा रोगियों को यह एक घातक स्थिति उत्पन्न करते हैं। कार्यक्रम के अवसर पर डॉक्टर रविंद्र सिंह ने दूषित वायु के ग्रहण करने से हार्ट से संबंधित जानकारी प्रदान की। साथ ही डॉक्टर शीतू सिंह ने बताया कि विश्व में अस्थमा से होने वाली मौतों में से हमारे भारत में 46% मौत अस्थमा के कारण होती है डॉक्टर शीतू सिंह ने कार्यशाला में आए लोगों को पेड़ पौधे और ग्रीन वातावरण बनाने पर जोर दिया और धूम्रपान बंद करने की शपथ दिलाई।