ब्रेस्ट कैंसर के इलाज और जांच में हुई नई रिसर्च
dr h s adwani । dr sandeep jasuja । breast cancer conference
ब्रेस्ट कैंसर के इलाज और जांच में हुई नई रिसर्च
हाल ही जयपुर में आयोजित वार्षिक अंतरराष्ट्रीय स्तन कैंसर कॉन्फ्रेंस में विशेषज्ञों द्वारा निम्नलिखित जानकारी प्रस्तुत की गई थी, और इस कॉन्फ्रेंस के आयोजक सचिव एस एम एस मेडिकल कॉलेज एवम हॉस्पिटल के कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. संदीप जसूजा थे।
ब्रेस्ट कैंसर के दुर्लभ रूप को पहचान करने के लिए अब जीन सिक्वेंसिंग का उपयोग किया जाने लगा है। इसके अंतर्गत यह तकनीक मरीजों के जेनेटिक कोड को जांचती है और इसके माध्यम से उनके विभिन्न प्रकारों के कैंसर को देखने के बाद, सबसे उपयुक्त इलाज का चयन कर सकते है। जीन सिक्वेंसिंग तकनीक, मरीजों के जेनेटिक कारणों की खोज में महत्वपूर्ण सिद्ध हो रही है।
इस दौरान ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. एचएस आडवाणी ने बताया कि ब्रेस्ट रिकंस्ट्रक्शन के लिए मरीज के खुद के टिश्यु का उपयोग किया जा रहा है, जिससे इंफेक्शन की संभावना को 5 से 15 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।
विशेषज्ञों ने कहा कि ब्रेस्ट सर्जरी के प्रभाव को कम करने के लिए अब ट्यूमर का डीएस्केलेशन किया जा रहा है, जिससे ट्यूमर को संकुचित किया जाता है और छोटी सर्जरी में ही मरीज के कैंसर को दूर कर दिया जा सकता है।
डॉ. संदीप जसूजा ने कहा कि सोनोग्राफी के बाद अब टोमोसिंथेसिस का उपयोग किया जा रहा है, जिससे कैंसर की जांच में सुधार आया है। इसके लिए मरीज को बड़ी मशीन में जाने की आवश्यकता नहीं होती, और ट्यूमर की सही जानकारी प्राप्त कर ली जाती है।
अब नयी तकनीक की मदद से सर्जरी के बाद मरीजों के हाथ में सूजन की सामान्य शिकायत को कम किया जा सकता है, और लिम्फनोड सर्जरी को छोटा किया जा सकता है, जिससे सूजन की समस्या से बचा जा सकता है। विशेषता यह भी है कि इसके अलावा, एक मशीन भी उपलब्ध है जो शरीर में मौजूद लिम्फनोड को पहचानने में मदद करती है, जिससे कैंसर को तेजी से पकड़ा जा सकता है।
संपर्क सूत्र : डॉक्टर संदीप जसूजा मो 96601 21475