हफ्तेभर से अबूझ पहेली बनी बर्मन परिवार की सामूहिक आत्महत्या जुड़ सकती है सट्टेबाजी से
जबलपुर। एक सप्ताह पहले रामपुर छापर में बर्मन परिवार के सामूहिक आत्महत्या के मामले में अभी तक रहस्य बरकरार है। पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है लेकिन कुछ भी तथ्य सामने नहीं आ रहे हैं। इधर स्वजन और पड़ोस के लोग भी घटना से हैरान हैं।
दस्तावेजों की पड़ताल के बावजूद मौत का कारण साफ नहीं
पुलिस को मोबाइल काल डिटेल और घर में मिले दस्तावेजों की पड़ताल कर ली इसके बावजूद यह साफ नहीं हो पा रहा है कि आखिर परिवार ने आत्महत्या जैसा कदम क्यों उठाया। पड़ोस में रहने वाले कुछ लोग इसे जुआ-सट्टे के कर्ज को भी इस आत्महत्या की वजह बता रहे हैं हालांकि पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है। पुलिस को उम्मीद है कि मोबाइल फोन का लाक खुलने के बाद उसकी जांच में कुछ जानकारी सामने आ सकती है।
25 जून को रामपुर छापर में कमरे में रस्सी में लटके मिले थे
25 जून को रामपुर छापर में रहने रविशंकर बर्मन 40 साल, पत्नी पूनम बर्मन और दस वर्षीय आर्यन बर्मन घर के कमरे में रस्सी में लटके मिले थे। पास एक कुर्सी थी जो जमीन में गिरी हुई थी। शुक्रवार की शाम को अंतिम बार पड़ोसियों ने इन्हें देखा था। उसके बाद घर के दरवाजे बंद थे। मााना जा रहा है कि शुक्रवार को ही फांसी लगाई गई थी।
घर से बदबू आने पर पड़ोसी परिवार के सदस्यों को संदेह
रविवार को घर से बदबू आने पर पड़ोस में रहने वाले परिवार के सदस्यों को संदेह हुआ। पुलिस को बुलाकर दरवाजा खोला गया। पुलिस ने उस दौरान मोबाइल फोन और घर से डायरी बरामद की थी। जिसमें पुलिस को कुछ नहीं मिला। डायरी में कोई सुसाइड नोट नहीं था। काल डिटेल में भी ऐसा कुछ भी नहीं निकला।
डायरी में भी ऐसी कोई बात नहीं थी जिससे आत्महत्या का जोड़ा जा सके
गोरखपुर थाना प्रभारी अरविंद चौबे ने बताया कि काल डिटेल में कोई जानकारी नहीं मिली। डायरी में भी ऐसी कोई बात नहीं थी जिससे आत्महत्या का जोड़ा जा सके। आसपड़ोस से भी पूछताछ हुई पर किसी ने कुछ भी संदिग्ध नहीं बताया। अब पुलिस मोबाइल फोन को अनलाक करके उसकी जांच करेगी।
सट्टेबाजी से भी जुड़ सकता है मामला
घटना के पीछे सट्टा भी एक वजह माना जा रहा है। कुछ रहवासियों ने बताया कि रवि बर्मन आनलाइन सट्टा खेलता था। उस पर लाखों रुपये कर्ज होने की बात सामने आ रही है। अंदेशा है कि शायद इसी वजह से परेशान होकर रवि ने परिवार के समेत मौत को गले लगाया हो। बता दें कि रवि आत्महत्या के पहले अपने परिवार वालों के साथ बाहर घूमने भी जाने वाला था। इधर पड़ोसी भी उनके चाल चलन को लेकर सकारात्मक बयान दे रहे हैं।