लाड़ली एक्सप्रेस से करवट ले सकता है महिला वोट बैंक योजना की लोकप्रियता से बढ़ीं कांग्रेस की चुनौतियां
भोपाल। प्रदेश सरकार की लाड़ली बहना योजना की लोकप्रियता शिखर पर है। सरकार अब योजना में पात्रता की न्यूनतम आयु सीमा 23 की जगह 21 वर्ष करने जा रही है। इससे 12 लाख और महिलाओं को योजना का लाभ मिलने लगेगा। योजना की लोकप्रियता से कांग्रेस की चुनौतियां बढ़ गई हैं। कांग्रेस ने इस योजना की काट के रूप में सरकार आने पर नारी सम्मान योजना शुरू कर महिलाओं को प्रतिमाह 1500 रुपये देने और 500 रुपये में रसोई गैस सिलेंडर देने की घोषणा की। इसके बाद मुख्यमंत्री ने योजना के अंतर्गत एक हजार रुपये की राशि को बढ़ाकर 3000 तक ले जाने की घोषणा कर दी। सरकार के इस मास्टर स्ट्रोक से महिलाओं का बड़ा वोट बैंक भाजपा की ओर जा सकता है। उल्लेखनीय है कि पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बीच मतों का अंतर बहुत कम था। भाजपा को 41.02 प्रतिशत और कांग्रेस को 40.89 प्रतिशत मत मिले थे।
कांग्रेस की नारी सम्मान योजना
लाड़ली बहना योजना की घोषणा के लगभग दो माह बाद नारी सम्मान योजना का एलान कांग्रेस ने किया। इसमें 18 से ऊपर सभी महिलाओं लाभ देने की बात कही। प्रतिमाह 1500 रुपये देने का वादा किया। यहां तक कि फार्म भरवाना भी शुरू कर दिया। अब तक 55 लाख फार्म भरवाए जा चुके हैं।
लाड़ली बहना योजना
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 28 जनवरी 2022 को नर्मदा जयंती के अवसर पर नर्मदापुरम में लाड़ली बहना योजना की घोषणा की थी। कई जिलों में लाड़ली बहना सम्मेलन के बाद 10 जून को उनके खाते में पहली किस्त डाल दी गई है। इस अवसर मुख्यमंत्री ने योजना की राशि 1000 रुपये से बढ़ाकर धीरे-धीरे 3000 तक करने की घोषणा की।
51 प्रतिशत मत का लक्ष्य पाने में लाड़ली बहना योजना की हो सकती है बड़ी भूमिका
भाजपा ने आगामी विधानसभा चुनाव में सभी बूथों पर 51 प्रतिशत मत पाने का लक्ष्य रखा है। वोट बैंक बढ़ाने में लाड़ली बहना योजना की बड़ी भूमिका हो सकती है। वजह, प्रदेश में महिला मतदाताओं की संख्या दो करोड़ 60 लाख है। योजना में अभी सवा करोड़ महिलाएं शामिल हैं। न्यूनतम सीमा 21 वर्ष किए जाने से पात्र महिलाओं का आंकड़ा एक करोड़ 37 लाख हो जाएगा। यानी कुल महिला मतदाताओं में 53 प्रतिशत योजना के दायरे में आ जाएंगी। भाजपा की कोशिश योजना के माध्यम से महिला के पूरे परिवार को साधने की है।