UPSC CSE 2024: बेटियों ने रचा इतिहास, टॉप 10 में चार ने बनाई जगह
UPSC CSE 2024: बेटियों ने रचा इतिहास, टॉप 10 में चार ने बनाई जगह
16 जून 2024 को आयोजित UPSC सिविल सेवा परीक्षा का फाइनल परिणाम हाल ही में जारी हुआ है। इस प्रतिष्ठित परीक्षा में देशभर से करीब 9.92 लाख उम्मीदवारों ने आवेदन किया, जिनमें से 583,213 अभ्यर्थी प्रारंभिक परीक्षा में उपस्थित हुए। मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू प्रक्रिया के बाद 1,009 अभ्यर्थियों का चयन विभिन्न सेवाओं के लिए किया गया। इस बार की सबसे खास बात रही कि टॉप 10 रैंक में चार बेटियों ने अपनी जगह पक्की की और पूरे देश में गर्व का अवसर प्रदान किया।
टॉप 10 में शामिल बेटियों की संघर्ष गाथा
1. शक्ति दुबे (AIR 1) – प्रयागराज, उत्तर प्रदेश
तीसरा प्रयास, राजनीति विज्ञान वैकल्पिक विषय, इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक।
पहले दो प्रयासों में असफल रहने के बावजूद हार नहीं मानी।
दृष्टिकोण: “सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता, लेकिन अनुशासन ही असली चाबी है।”
2. हर्षिता गोयल (AIR 2) – बड़ौदा, गुजरात
दूसरा प्रयास, राजनीति विज्ञान वैकल्पिक विषय।
एमएस यूनिवर्सिटी से वाणिज्य स्नातक, परिवार के समर्थन और आत्मविवेक से मिली सफलता।
संदेश: “कड़ी मेहनत और स्मार्ट रणनीति साथ हो तो कोई भी लक्ष्य दूर नहीं।”
3. कोमल पुनिया (AIR 6) – हरियाणा
इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि, वैकल्पिक विषय: समाजशास्त्र।
कोमल ने ग्रामीण परिवेश से निकलकर यह स्थान हासिल किया, जिससे गांव की बेटियों के लिए एक नई राह बनी।
प्रेरणा: “मैंने हर असफलता से सीखा और अगला प्रयास और बेहतर किया।”
4. आयुषी बंसल (AIR 7) – दिल्ली
संघर्षपूर्ण पारिवारिक पृष्ठभूमि, वैकल्पिक विषय: दर्शनशास्त्र।
स्वयं की बनाई रणनीति पर विश्वास रखा और सोशल मीडिया से दूरी बनाकर अध्ययन पर फोकस किया।
विश्वास: “अगर आप खुद पर विश्वास रखते हैं तो कोई भी परीक्षा कठिन नहीं लगती।”
अर्चित पराग डोंगरे (AIR 3): दर्शनशास्त्र वैकल्पिक, पहले प्रयास में सफलता।
शाह मारगी चिराग (AIR 4): गुजरात से, समाजशास्त्र वैकल्पिक, चौथे प्रयास में सफलता।
आकाश गर्ग (AIR 5), राज कृष्ण झा (AIR 8), आदित्य विक्रम अग्रवाल (AIR 9), मयंक त्रिपाठी (AIR 10) – सभी ने कठिन परिश्रम और स्पष्ट रणनीति से सफलता प्राप्त की।
राजस्थान के होनहारों ने भी लहराया परचम
त्रिलोक सिंह करणोत (AIR 20), उत्कर्ष यादव (AIR 32), मनु (AIR 91 – दृष्टिहीन), प्रज्ञा सैनी (AIR 367), पूर्वा चौधरी (AIR 533) सहित कई अभ्यर्थियों ने प्रदेश का मान बढ़ाया।
बाड़मेर के तन्मय मंसुरिया ने पाँचवें प्रयास में 832वीं रैंक हासिल कर अपने दादा के सपनों को साकार किया।